सुजीत कुमार झा ।
जनकपुरधाम उद्योग वाणिज्य संघक निर्वाचन सम्पन्न भेल अछि । मतगणनामे पत्रकारसभकेँ प्रवेश करए नहि देल गेल । पारदर्शिताकेँ बात करएवला संघक चुनाबमे पत्रकारसंग एहन भेदभाव किए ? ई प्रश्न तँ बनैत छैक ।
जखन कि पर्यबेक्षकक कार्ड लगौनेसभ ओहिना रातिभरि वा कही मतगणना नहि सम्पन्न होबएधरि मतगणना स्थलमे भीतर बाहर करथि रहलथि । ओहनो पर्यवेक्षकसभ रहथि जे एकदिन पहिने किछु उम्मेदवारक जुलुसमे सहभागि रहथि ।
जनकपुरधाम उद्योग वाणिज्य संघक मूलद्वारपर सुरक्षाकर्मीसभ पत्रकारक कार्ड रखनेसभकेँ एतेक मात्र कहथि जे निर्वाचन समितिक संयोजक ललित साहक आदेश छैक पत्रकारसभकेँ प्रवेश नहि देल जाए ।
ललितजीकेँ मिडियामैत्री नेताक रुपमे पहिचान अछि मुदा जखन ललितजीक नेतृत्वमे चुनाब भऽ रहल छल तँ ओ मिडिया विरोधी भूमिकामे देखल गेलथि । हिनका कोन हिसाबसँ मिडिया मैत्री कहबन्हि । हुनका सायद ई बुझाइन पत्रकारसभ मतगणनास्थलमे आओत तँ स्थिति खराब कऽ सकैत अछि । जखन मतदान भऽ रहल छल ओहि समय पत्रकारकेँ कतहुँ रोकाबट नहि छल । जँ पत्रकार मतगणनास्थलमे समस्या कऽ सकैत अछि तँ मतदान समयमे किए नहि कएलक ?
पत्रकारमे सेहो कमीकमजोरी हेतैक । किछुकेँ खुलिकऽ समर्थन कऽ दैत छथि मुदा सभ ओहने होइत छैक तेहन नहि छैक । कमीकमजोरी छैक तँ पत्रकारक सौन्दर्यता सेहो अछि द्वारपर ठाढ़ भऽ घण्टो रिपोटिंग कएलक । दोसर लोक रहितैक तँ नहि जाए देलाक बाद झगड़ा करितए वा ओहिठामसँ टहलि दैतए ! मुदा रिपोटिंग करएकेँ छैक ई हमर दायित्व अछि ई बुझि रातिसँ अध्यक्ष वा पदाधिकारीक मतगणना सम्पन्न होबएधरि डटल रहल ।
मतगणना स्थलमे भीतर कोनो विवाद होइतैक आ फेर पत्रकारकेँ भीतर नहि जाए देलकै उम्मेदवारेसभ आवाज उठएबितए ! पत्रकारसभकेँ भीतर नहि देबएकेँ निर्णय भलहि निर्वाचन समितिकेँ होइक मुदा उम्मेदवारसभ सेहो चुउइ शब्द नहि बजलथि ।
ललितेजीकेँ मात्र दोष नहि देल जा सकैत अछि । एखन निर्वाचन आयोग बाहेक अधिकांश स्थानमे निर्वाचन समितिसभ पत्रकार विरोधी भूमिकामे देखल जाइत अछि । फेर कोनो समस्या भेल तँ पत्रकारे लग पहुँचल । मात्र फेसबुकमे रखलासँ हुनकासभकेँ काज नहि चलैत अछि ।
प्रजातन्त्रकेँ सौन्दर्यता पारदर्शिता छैक । ई पारदर्शिताक लेल मिडियाक भूमिकाकेँ नजरअन्दाज नहि कएल जा सकैत अछि ।
आदरणीय ललितजी पत्रकारकेँ प्रवेश नहि करा कनिदेर लेल अपन मित्रमण्डलीसँ चाबसी भेटल हएत मुदा प्रजातन्त्रकेँ मानैत छी तँ ई अहाँसँ गल्ती भेल अछि । अहाँक ई पहिल चुनाब नहि छल कएटा चुनाब करा लेने छी तँए अनुभवे नहि अछि से कहि अहाँ बातक गम्भीरताकेँ टारि नहि सकैत छी ।
तखन एखन समय शक्तिकेँ छैक अहाँ लग शक्ति अछि ओकरा अहाँ अपना तरहेँ उपयोग कऽ लेलहुँ ।