जनकपुरधाम ।
जनकपुरधाम सहित मिथिलाञ्चलमे आइ चौठचन्द्र पाबनि मनाओल जाएत । मिथिलाञ्चलक महत्वपूर्ण पावनिसभमेसँ एक चौठचन्द्रक तैयारीमे आई भोरेसँ श्रद्धालुसभ लागल छथि । बजारमे पाबनिके सामान किनएबलासभक भीड देखल जा रहल अछि । मिथिलाञ्चलक घर घरमे चौठचन्द्रक दिन चन्द्रमाक पूजाक तैयारी कएल जा रहल अछि ।
चौठचन्द्रमे आई साँझ ब्रत कएनिहार महिलासभ आँगनमे सरसफाई संगे नीपपोत कऽ उगैत चन्द्रमाके पूजा कएल करैत छथि । पूजामे अर्पण कएल गेल फलफूल, मिठाई, दही सहितक प्रसादसँ चन्द्रमाके अर्घ अर्पण करएके परम्परा अछि ।
भादव शुक्ल चौठीक दिन मनाओल जाएबला चौठचन्द्र पावनिमे सूर्यास्तकबाद गाईके गोबरसँ निप पोत कऽ आँगनके मध्य भागमे चतुष्कोण अरिपनमे दीप प्रज्वलन कऽ चन्द्रदेवके पूजा कएल जाइत अछि । पूजाक बाद विभिन्न प्रसादक सामाग्री अर्पण कऽ व्रत सम्पन्न कएल जाइत अछि ।
कहल जाइत अछि द्वापर युगमे भगवान कृष्णके चोरीक कलंक लगलाक बाद वएह कलंकसँ मुक्ति पएबाक लेल फलफुल सहित चन्द्र दर्शन कएने छलथि ।
मिथिलाञ्चलमे ई पावनिके प्रारम्भ तत्कालिन दरभंगा नरेश हेमांगद ठाकुर कएने छलथि । प्रकाण्ड ज्योतिष सेहो रहल नरेश ठाकुर चौठचन्द्र पावनिके आरम्भ कएलाक बाद मिथिलाञ्चलक घर घरमे ई पाबनिके आरम्भ भेल मानल जाइत अछि ।